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Medics screen Indian nationals after they were brought by an Air India aircraft from Chinas coronavirus-hit city of Wuhan, at the airport in New Delhi on February 2. | PTI |
कमाल की बात तो यह है, कि यह बुख़ार अब भी नहीं उतरता इन न्यूज़ चैनलों का, अगर 'Coronavirus' का इलाज होता या वैक्सीन होती। भेले से वह वैक्सीन आम व ग़रीब आदमी की पहुंच से दूर होती। लेक़िन जब इन न्यूज़ चैनलों व स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह देखा, कि यह वायरस दिल्ली में आ चुका है और इस वायरस की कोई वैक्सीन नहीं है। तो इन न्यूज़ चैनलों व भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों को जागरूक करने में ही अपनी भलाई समझी! क्योंकि अगर यह वायरस फ़ैला तो न्यूज़ चैनलों के एंकर्स हों या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कोई सुरक्षित नहीं रह पाएगा।
(Tweet Screenshot of 23 Jan) |
(Dr. Li Wenliang) |
लेक़िन विधानसभा चुनावों के नतीजे आने के बाद भी यानी 11 फ़रवरी 2020 के बाद भी, न्यूज़ चैनल्स और भारत का स्वास्थ्य मंत्रालय सोता रहा। फ़िर 13 फ़रवरी को न्यूज़ सामने आई, जिसमें 'Coronavirus' का ज़िक्र किया गया और बताया गया, कि इस वायरस ने लगभग 1322 लोगों की जान ले ली है और यही आंकड़ा राज्यसभा या शायद लोकसभा में स्वास्थ्य मंत्री के द्वारा बताया गया। जो पूरी तरह ग़लत था। क्योंकि सही तादाद मरने वालों की थी उस दिन तक 1376 ना की 1322!
लेक़िन उसपर भी सरकार और न्यूज़ चैनलों की असंवेदनशीलता देखिए, कि ना तो इन लोगों ने उस समय लोगों को जानकारी दी जब इस वायरस से मरने वालों की तादाद सिर्फ़ 17 थी और नाहीं तब दी जब तादाद 1000 से ऊपर हो गयी थी! लेक़िन तब जानकारी क्या, महज़ सिर्फ़ ज़िक्र किया जब मरने वालों की तादाद 1376 हो चुकी थी!!! वो भी इसलिए दे दी आपको या लोगों पर जैसे एहसान कर दिया, जब सरकार व यह सभी न्यूज़ चैनल चुनाव से निपट गए। कोई लंबी - चौड़ी डिबेट्स नहीं तब भी नहीं की और नाहीं लोगों को जागरूक किया!
(FB Post Screenshot of 28 feb) |
(मेरा मक़सद यह था, कि मैं अपने आर्टिकल्स और ट्वीटर व फेसबुक पोस्ट के माध्य्म से न्यूज़ चैनलों पर इस बात दबाव डालूं, कि वह अपने चैनल्स पर इस ख़तरनाक़ वायरस को लेकर रोज़ डिबेट्स करें। ताक़ि लोगों में जागरूकता पैदा हो और सरकार के भी कान खड़े हों। लेक़िन बदकिस्मती से ऐसा नहीं हुआ। क्योंकि अगर न्यूज़ चैनल्स और सरकार ने बहोत पहले ही संवेदनशीलता दिखाई होती, तो, जो दो मामले 'Coronavirus' के भारत में सामने आए हैं, वह शायद नहीं आते। भारत के ज़्यादातर लोग इस वायरस की ख़बर से पूरी तरह परिचित नहीं थे और उन्होंने दूसरे देशों की यात्रा की, जहां वह वायरस से संक्रमित हुए और यहां आकर उन्होंने अनजाने में दूसरों को भी संक्रमित कर दिया। सरकार ने भी ट्रेवल बैन नहीं लगाया। इन सभी बातों ने आज भारत में 'Coronavirus' को जगह दे दी।)
(फ़िलहाल आपको बता दूं, कि यह वायरस ख़ुद व ख़ुद हवा में नहीं फ़ैलता। यह तभी आपको अपनी चपेट में लेगा, अगर आप पहले से ही इस वायरस से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आते हैं। इसलिए आपको फ़िलहाल बाहर के देशों की यात्रओं से बचना होगा और अब तो भारत में भी, कुछ मामले सामने आ गए हैं तो कृप्या भारत के अन्य शहरों में भी यात्रा ध्यानपूर्वक करें। किसी से हाथ ना मिलाएं और दिन में कई बार अपने हाथों को धोएं। अगर आपको स्वास्थ्य संबंधी कोई दिक़्क़त अचानक महसूस हो रही हो या आपको अपनी तबियत ठीक नहीं लग रही हो, तो फ़ौरन डॉक्टर से मिलें।)
(इसके अलावा एक और अहम बात यह, कि अपने स्मार्टफोन में दुनिया भर की बिल्कुल लेटेस्ट और भरोसेमंद जानकारियों के लिए 'Associated Press' (AP News) की एप्प इनस्टॉल कर लें। जो सभी स्मार्टफोन्स के लिए उपलब्ध है। और दूसरी एप्प भारत की न्यूज़ के लिए इनस्टॉल कर लें, जो 'News18' के नाम से है। ध्यान रहे कि आपको न्यूज़ से अपडेट रहना है और यह दोनों ही एप्प इनस्टॉल करनी हैं।)
"मैं किसी एप्प को स्पॉन्सर नहीं कर रहा हूं और नाहीं किसी एप्प कंपनी ने मुझे इसके लिए कोई पैसा दिया है। आप अपडेट रहे ताज़ा न्यूज़ और जानकारियों से यही मेरा मक़सद है।"
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